स्वतंत्रता दिवस 2025: विचारों से प्रेरणा, बलिदानों से सम्मान

15 अगस्त 2025 को भारत अपना79वाँ स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। यह दिन है उन विचारों को याद करने का, जिन्होंने भारत को आज़ाद और महान बनाया।

तिरंगे की शान: हर दिल में देशभक्ति

"तिरंगा सिर्फ एक झंडा नहीं, यह हमारी आत्मा है।" हर भारतीय के दिल में इसकी लहर है, जो गर्व और सम्मान से भरी है।

भगत सिंह: "इंकलाब ज़िंदाबाद" की गूंज

"मैं एक सपना देखता हूँ—ऐसा भारत जहाँ हर व्यक्ति स्वतंत्र हो।" भगत सिंह का साहस आज भी युवाओं को प्रेरणा देता है। उनका बलिदान हमें सिखाता है कि आज़ादी की कीमत क्या होती है।

स्वामी विवेकानंद: आत्मा की स्वतंत्रता

उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।" स्वामी विवेकानंद ने भारत को आत्मबल और संस्कृति की शक्ति से जोड़ा। उनकी सोच आज भी भारत को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा देती है।

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम: सपनों से सशक्त भारत

सपने वो नहीं जो नींद में आएं, सपने वो हैं जो आपको सोने न दें।" कलाम साहब का जीवन हमें सिखाता है कि शिक्षा, विज्ञान और संकल्प से भारत को ऊँचाइयों तक पहुँचाया जा सकता है।

युवाओं के लिए संदेश: सोच बदलो, देश बदलो

युवा शक्ति ही राष्ट्र की असली ताकत है।" विवेकानंद और कलाम जैसे विचारकों ने युवाओं को बदलाव का वाहक बताया।

स्वतंत्रता दिवस 2025: विचारों से रोशन भारत

इस 15 अगस्त पर आइए भगत सिंह की क्रांति, विवेकानंद की चेतना और कलाम के सपनों को एक साथ जीएँ।  "एक भारत, श्रेष्ठ भारत। जय हिंद!"

आज़ादी के नायक: वीरों को नमन

"जो देश के लिए जीते और मरे, उनका नाम अमर है।" स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद कर हम उनके सपनों का भारत बना सकते हैं।